घरेलू बाजार में बासमती की कीमतों में 5-10% की गिरावट आई है, निर्यात बाजार के सुस्त होने से जेद्दा, यमन, बेरूत और डरबन जैसी जगहों पर शिपिंग लागत कई गुना बढ़ गई है
न्यूनतम निर्यात मूल्य को मौजूदा 1,200 अमेरिकी डॉलर प्रति टन से घटाकर 850 अमेरिकी डॉलर प्रति टन किया जा सकता है
भगवंत मान ने कहा कि केंद्र सरकार के बासमती चावल के निर्यात पर लगाई शर्त किसानों के हितों के खिलाफ है
न्यूनतम निर्यात मूल्य तय होने से पाकिस्तान के मुकाबले भारत का बासमती चावल महंगा